
Spring Season
Read Count : 63
Category : Poems
Sub Category : N/A
वसतं ऋतुआई आई वसतं ऋतु आईअपने संग ढेरों खुशियाँ लाईलहराई हर पत्ता पत्ता डाली डालीदेखो फूलों पर कैसी लाली छाईनारायण के पीले वस्त्रों नेमन मोह लिया जग का सारालाल पीले नीले फूलों परदेखो कैसे तितली झूम उठीबादलों ने भी खुशियाँ बरसाईभेद भाव धूल गए सबना हिदु ना कोई मुसलमान हैसबके चेहरो पर मिठी मुसकान हैआई आई वसतं ऋतु आईअपने संग ढेरों खुशियाँ लाईं@chandnibhatnagar527©Chandni
Comments
- No Comments