अनहोनी - 3 Read Count : 98

Category : Books-Fiction

Sub Category : Horror

द डॉल मैन - 5


मार्विन बहुत ही सावधानी पूर्वक अपने कमरे के दरवाजे को खोलता है ताकि दरवाजे के खुलने की आवाज़ किसी के कानो तक न पहुंच पाए, वह गश्त लगाने वाले उस बंदे को देखना चाहता था जो इतनी रात में बाहर टहलने निकला था। मार्विन देखता है कि कुबड़ा ओलिवर अपने ऊपर कम्बल डाल कर घर के मुख्य दरवाजे को खोलकर बाहर जाने का प्रयास कर रहा था, उसकी नज़र अब तक मार्विन पर नहीं पड़ी थी।

"ये इतनी रात में चोरों की तरह कहाँ जा रहा है, गुरु दाल में ज़रूर कुछ काला है... ये कुबड़ा इतना सीधा नहीं है जैसा प्रतीत होता है, इसके इस राज़ का तो पता लगाना ही पड़ेगा", मार्विन ने ओलिवर को रात में चोरों की तरह निकलते हुए देख कर ख़ुद से कहता है, उधर इस बात से अनजान ओलिवर धीरे से दरवाजे को खोलकर घर से बाहर निकल जाता है। मार्विन भी अपना ओवर कोट डालकर उसके पीछे-पीछे चल देता है।

रात अपने चरम पर थी, चारों ओर से भेड़ियों की भयानक आवाज़ें दिल दहला देने के लिए काफ़ी थीं पर फ़िर भी दो लोग ऐसे थे जिन्हें इस बात की परवाह बिलकुल नहीं थीं। ओलिवर को अपनी मंज़िल तक पहुंचने की जल्दी थी वहीं दूसरी ओर मार्विन को इस बात का पता लगाने की तीव्र इच्छा थी कि कुबड़ा ओलिवर कहाँ और क्या करने जा रहा है। कुछ ही देर में छोटी पहाड़ी का इलाका शुरु हो जाता है और जंगल से आ रही उन भेड़ियों की आवाज़ भी अब दबने लगी थी, ऐसे में ओलिवर को एहसास होता है कि कोई उसके पीछे चल रहा है, ओलिवर चलते- चलते अचानक रुक जाता है और तुरंत ही पीछे मुड़कर देखता है, वहाँ कोई नहीं था चतुर मार्विन पास ही एक पेड़ के पीछे छुप गया था और ऐसा ओलिवर के कुबड़ेपन के कारण था, वह आम लोगों के मुकाबले कुछ धीमा था, उसे चलने में भी काफ़ी परेशानी होती थी, झुका हुआ शरीर आखिर कितना तेज़ चल सकता था। ओलिवर देखता है कि पीछे कोई नहीं है वह फिर से मुड़कर अपनी मंज़िल की ओर बढ़ने लगता है, मार्विन भी पेड़ के पीछे से निकलकर दुबारा पीछा करने लगता है लेकिन इस बार वह और थोड़ा होशियारी से ऐसा करता है क्यूँकि उसे इस बात का पता चल गया था कि ओलिवर को शक़ हो गया था कि कोई उसका पीछा कर रहा है।

"ऐसा लग रहा है कि कोई मेरे पीछे चल रहा है, सूखे पत्तों की आवाज़ साफ़ मेरे कानों तक पहुंच रही है... कौन हो सकता है ", ओलिवर ख़ुद से कहता है और एक बार फिर चलते- चलते रुक जाता है पर एक बार फिर से उसके हाथ निराशा ही लगती है क्यूँकि फ़िर से उसकी धीमी गति और पेड़ का सहारा लेकर मार्विन ख़ुद को छुपाने में कामयाब हो जाता है।

" ये कुबड़ा तो बहुत ही बड़ा खिलाड़ी निकला... इसे दुबारा शक़ हो गया कि कोई इसका पीछा कर रहा है, इसके कान काफ़ी तेज़ मालूम पड़ते हैं", मार्विन पेड़ के पीछे छुपकर ओलिवर की ओर देखते हुए ख़ुद से कहता है।

"लगता है कोई नहीं है, शायद मेरे ही कानों को धोखा हुआ हो... ख़ैर कुछ देर रुक कर देखता हूँ फ़िर आगे अपनी मंज़िल की ओर निकलूंगा ", ओलिवर मौके की नज़ाकत को समझते हुए ख़ुद से कहता है और थोड़ी देर वहीं रुक कर फ़िर से आगे की ओर बढ़ता है। मार्विन पेड़ के पीछे से निकलकर फ़िर से उसका पीछा करने लगता है।

इस बार ओलिवर थोड़ा ज़्यादा ही सतर्कता से आगे बढ़ रहा था और मार्विन उससे भी ज्यादा सतर्कता से उसका पीछा कर रहा था।

ये ओलिवर का दुर्भाग्य था कि उसके कंधों के ऊपर पूरी दुनिया का भार परमात्मा ने रख दिया था जिसका भरपूर फायदा मार्विन उठा रहा था और ओलिवर का पीछा करने में उसे ज़्यादा परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ रहा था क्यूँकि उसकी गति इतनी तेज़ नहीं थी।

काफ़ी दूर चलते हुए एक बार फिर से ओलिवर को ऐसा लगने लगता है कि कोई उसका सही में पीछा कर रहा है, वह फिर से रुक कर पीछे पलट कर देखता है, "कौन हो सकता है जो आज इस तरह से पीछा कर रहा है... ऐसा पहले तो कभी नहीं हुआ, घर में जो मेहमान आयें हैं वो तो शराब पीकर सोए पड़े होंगे, उनमें से तो कोई नहीं हो सकता है, फिर ये कौन है जो इतनी रात में पीछा कर रहा है सोने के बजाए... कोई दिख भी तो नहीं रहा है", ओलिवर ख़ुद से ही कहता है और इधर उधर अपना पीछा करने वाले को देखने लगता है।

" ओहो... ये कुबड़ा तो चलते हुए बीच बीच हर बार पीछे मुड़कर देखता है, पता नहीं आज पहुंचेगा कि नहीं, एक तो चलता ही धीरे - धीरे है ऊपर से बार - बार पीछे जासूसी करता फ़िर रहा है ", एक बार फिर से ओलिवर की धीमी गति का फायदा उठाकर पेड़ के पीछे छुप कर मार्विन ख़ुद से कहता है। वह कच्ची सड़क के किनारे उगे हुए पेड़ों का भरपूर फायदा उठा रहा था ख़ुद को छुपाने में। ओलिवर काफ़ी देर तक रुक कर अपना पीछा करने वाले को देखता है पर उसे कोई भी व्यक्ति दिखाई नहीं देता है यहाँ तक कि कोई जानवर भी मौजूद नहीं थे। 

" लगता है कि कोई नहीं है इस बार फिर से धोखा हुआ है... अब आगे की ओर बढ़ता हूँ काफ़ी देर हो गई इसी चक्कर में, बार - बार पीछे ही देखता रहूँगा तो सुबह हो जाएगी और अपना काम नहीं निपटा पाऊँगा जिस कारण रात में निकला हूँ", ओलिवर ने उसी जगह खड़े - खड़े हर दिशा में देखते हुए ख़ुद से कहता है।

" अरे कुबड़े आगे क्यूँ नहीं बढ़ता है... गुरु लगता है कोई बड़ा हाँथ मारने के लिए रात में निकला है, अगर ऐसा न होता तो इसे पकड़े जाने का डर नहीं होता और ये बार - बार पीछे मुड़कर न देख रहा होता, ये ज़रूर कोई ऐसा काम करने जा रहा है जिसके बारे में ये किसी को पता नहीं चलने देना चाहता है ", पेड़ के पीछे से छुप कर ओलिवर को देखता हुआ मार्विन ख़ुद से कहता है और पेड़ के पीछे तब तक छुपा रहता है जब तक ओलिवर को पूरी तरह से तसल्ली नहीं हो गई कि उसके पीछे कोई भी नहीं है।

                        To be continued... 

               ©IVANMAXIMUSEDWIN  



द डॉल मैन - 6



"आह... अरे ये मार्विन कहाँ लापता हो गया इतनी रात में, चारों तरफ जंगल से भेड़ियों के रोने की डरावनी आवाज़ें आ रही हैं, ऐसे में मार्विन को कौन सा काम आन पड़ा जो रात ही में निकल पड़ा वो भी बिना मुझे बताए, लगता है आज इस इलाके की छानबीन करते हुए कुछ बहुत ज़रूरी हाथ लगा है इसलिए बच्चू बिना बताए निकल पड़ा... इतने सालों का भरोसा पल भर में तोड़ दिया, ज़रा कमरे से बाहर देखता हूँ हो सकता है वहीं पर मौजूद हो और मैं बेवजह ही परेशान हो रहा हूँ ", नशा टूटते ही डेनियल भी नींद से जाग कर अंगड़ाई लेते हुए मार्विन के बिस्तर की ओर देखता है, उसे बिस्तर पर न पाकर मार्विन ख़ुद से कहता है और एक बार कमरे के दरवाजे से बाहर हॉल की ओर देखने का प्रयास करता है।

" अरे यहाँ तो कोई भी नहीं है, आखिर मार्विन कहाँ जा सकता है... ये जगह भी उसके लिए उतनी ही अनजान है जितनी मेरे लिए फ़िर ऐसे में उसे अकेले जाने की ज़रूरत क्यूँ पड़ गई, कहीं ऐसा तो नहीं है कि मार्विन का इरादा अब बदल गया हो और वह मुझे ही धोखा देना चाहता हो वर्ना आज तक उसने मुझे कभी कुछ बताए बिना नहीं किया... हम दोनों का संबंध सगे भाइयों से भी बढ़कर था, तो फिर आज मार्विन के हाथ ऐसा कौन सा राज़ लग गया जो इतने पुराने संबंध पर शक़ की दरार आ गई...मार्विन इस जगह पर आते ही बदल गया है ", डेनियल ने पूरे घर में मार्विन को तलाश किया पर उसे कहीं भी न पाकर निराश होते हुए ख़ुद से कहा। डेनियल को अब मार्विन के इरादों पर शक़ होने लगा था कि वह इस लूट में उसके साथ शायद हेरा फेरी करने की सोच रहा है। 


इस बात की तसल्ली हो जाने पर कि कोई ओलिवर का पीछा नहीं कर रहा है, वह अपनी मंज़िल की ओर एक बार फिर से बढ़ना प्रारम्भ करता है, ओलिवर धीरे - धीरे अपनी मंज़िल की तरफ़ बढ़ रहा था और उसी के पीछे - पीछे चतुर मार्विन भी उसी ओर बढ़ रहा था जहाँ ओलिवर को जाना था। काफ़ी देर यूँही आँख मिचौली का खेल खेलकर ओलिवर को पहले ही काफ़ी देर हो गई थी फ़िर भी वह इस बात को नज़रअंदाज़ करते हुए चला जा रहा था। 

"लगता है कि ये कुबड़ा कोई ख़ास खिचड़ी पकाने के इरादे से इतनी रात में निकला है... अब पता ये करना है कि यह इसका रोज़ का काम है या फिर आज इसके हाथ कोई ख़ज़ाना लगने वाला है, इसका पता तो तब तक नहीं चलेगा जब तक कि अपनी मंज़िल तक नहीं पहुँचता है, चलता भी तो बहुत धीरे - धीरे है ", मार्विन ने ओलिवर का पीछा करते हुए ख़ुद से कहा, वह इस बात का पूरी तरह से ध्यान रखे हुए था कि ओलिवर उसे देख न ले। 

" लगता है कि फ़िर से कोई मेरे पीछे पीछे चल रहा है, पता नहीं कौन है जो इतनी बुरी तरह से हाँथ पैर धोकर पीछे पड़ा हुआ है... कहीं कोई पहचान वाला तो नहीं जिसे मुझ पर शक़ हो गया हो और वह छुप कर ये देखना चाहता हो कि मैं कहाँ आता जाता हूँ, यदि ऐसा है तो ये एक चिंता का विषय है क्यूँकि जो राज़ मैंने इतने सालों से छुपाकर रखा है वह सभी के सामने आ जाएगा... पर अब बार - बार रुक कर पता लगाने का समय नहीं, जो भी हो अगर कोई पीछा कर भी रहा है तो मेरी पकड़ में आने वाला नहीं है और मेरे पास इतना समय भी नहीं बचा है कुछ ही देर में सुबह हो जाएगी उससे पहले मुझे आज का काम निपटाना ही पड़ेगा", कुबड़े ओलिवर ने पीछा करने वाले की आहट मिलते ही ख़ुद से कहा पर इस बार वह रुक कर पीछा करने वाले को देखने के मूड में बिलकुल भी नहीं था, उसे तो अपनी मंज़िल पर पहुंच कर अपना काम निपटाने की जल्दी थी क्यूँकि थोड़ी ही देर में सुबह होने वाली थी और उस इलाके में सुबह - सुबह ओलिवर की मनहूस सूरत कोई भी  देखना नहीं पसंद करता। इस बात का विशेष ध्यान रखते हुए ही ओलिवर ने रात का ही वक़्त अपने काम के लिए मुनासिब समझा। 

इसी तरह से चलते चलते कुछ ही देर में वह अपनी मंज़िल तक पहुंच गया, अपनी जेब से एक चाभी निकाल कर ओलिवर ने बंद ताले को खोला और उस इमारत के अंदर प्रवेश कर गया, अंदर उचित प्रकाश के लिए उसने अपनी जेब से एक मॉमबत्ती निकाल कर माचिस से जला ली, उस इमारत के बाहर खड़ा मार्विन एक शीशे की खिड़की से अंदर घटित घटनाओं को अच्छी तरह से देख रहा था... एक उचित खाली स्थान पाते ही ओलिवर ने अपनी जेब से कुछ और मॉमबत्तियां निकाल कर जला लीं, अब चारों ओर अच्छा खासा प्रकाश फैल चुका था, मार्विन को भी बाहर से अंदर देखने में ज़्यादा कष्टों का सामना नहीं करना पड़ रहा था, वह शांतिपूर्वक अन्दर घटित होने वाली घटनाओं को देख रहा था।


"काफ़ी देर हो गई और मार्विन अब तक नहीं लौटा... कहीं भेड़ियों का शिकार तो नहीं हो गया, वैसे भेड़िये रात में ज़्यादा आक्रामक हो जाते हैं और झुण्ड बनाकर अपने शिकार पर हमला करते हैं, ऐसे में बेचारा मार्विन अकेले क्या करेगा, वैसे मुझे इस बात पर बिलकुल यकीन नहीं है कि वह भेड़ियों का शिकार हो सकता है, वह ज़रूर कोई बड़ा हाथ मारने गया होगा... अरे ये छोटी पहाड़ी की ओर से कौन भागा चला आ रहा है, कहीं ये मार्विन तो नहीं है लेकिन ये इतनी बुरी तरह से क्यूँ भाग रहा है जैसे भूत देख लिया हो, वह अनजान शख्स इसी घर की ओर भागते हुए आ रहा है ", डेनियल नदी के किनारे कुबड़े ओलिवर के घर पर बैठा अपने साथी मार्विन के बारे में विचार करते हुए ख़ुद से कहता है कि तभी अचानक उसे एक अनजान साया छोटी पहाड़ी से घर की तरफ़ भाग के आते हुए दिखाई पड़ता है, डेनियल इधर-उधर देखता है और अपनी सुरक्षा के लिए पास ही रखी एक कुल्हाड़ी हाथ में उठा लेता है।

                        To be continued... 

                 ©IVANMAXIMUSEDWIN 


द डॉल मैन - 7



वो अनजान साया अंधकार में तेजी से ओलिवर के घर की ओर बढ़ रहा था, इस बात से बिलकुल अंजान होकर कि घर में एक शख्स और भी मौजूद है। डेनियल पूरी तैयारी के साथ उसका इंतजार कर रहा था। अपना खुद का दिमाग चलाते हुए डेनियल ने प्रवेश द्वार को पहले ही अंदर से बंद कर दिया था अपनी सुरक्षा हेतु और एक खिड़की से बाहर का सारा नज़ारा देख रहा था। वह शख्स जैसे ही जैसे उस घर के नज़दीक पहुंच रहा था डेनियल के दिल की धड़कन और तेज बढ़ रही थी।

"कौन हो सकता है वो... इतनी रात में उसने ऐसा क्या देख लिया होगा जो इस कद्र भागता चला आ रहा है, कहीं इसके पीछे और लोग तो नहीं पड़े हैं जिनसे ये जान बचाकर भाग रहा है... कहीं ये अपने साथ - साथ मुझे भी मुसीबत में न डाल दे", डेनियल खिड़की से उस शख्स को भागते हुए अपनी ओर आता देख कर ख़ुद से ही कहता है। वह शख्स अब काफ़ी करीब आ चुका था, डेनियल यह देखकर दिवार का सहारा लेकर पीछे छुप जाता है ताकि उस पर किसी की नज़र न पड़े। वह शख्स घर के मुख्य दरवाजे के नज़दीक पहुंच जाता है और दरवाजे को अंदर से बंद पाकर उसे बुरी तरह से पीटने लगता है, दरवाजे पर बुरी तरह से दस्तक सुन कर डेनियल काफ़ी घबरा सा जाता है। 

"क... क... कौन है जो इतनी रात में इस तरह से दरवाजे को पीट रहा है, म... मेरे पास हथियार है मैं बता रहा हूँ, अगर होशियारी दिखाने कि कोशिश की तो अंजाम बहुत बुरा होगा", डेनियल ने दरवाजे पर दस्तक सुन कर डरते हुए स्वरों में उस अजनबी को डराने कि कोशिश करते हुए कहा।

" अरे... ये मैं हूँ मार्विन... मैं कहता हूँ जल्दी से दरवाजा खोलो वर्ना बहुत बड़ा अनर्थ हो जाएगा ", मार्विन ने कांपते हुए स्वरों में डेनियल के सवाल का जवाब दिया। मार्विन की आवाज़ सुनते ही डेनियल की जान में जान आई, उसने कुल्हाड़ी को एक किनारे रखा और दरवाजे को खोलने के लिए आगे बढ़ा। दरवाजा खुलते ही बेहाल मार्विन घर के अन्दर प्रवेश करता है, वह पूरी तरह से पसीने से लथपथ था। वो डेनियल की तरफ़ क्रोध से देख रहा था और डेनियल उसकी ओर आश्चर्य से। 

"क्या हो गया था तुम्हें दरवाजा खोलने में इतनी देर क्यूँ लगा दी", मार्विन ने डेनियल की ओर क्रोध से देखते हुए पूछा। 

"पहले तुम बताओ... तुम इतनी रात में बाहर क्या करने गए थे और इस तरह से भागते हुए क्यूँ आ रहे हो जैसे कोई भूत देख लिया हो", डेनियल ने मार्विन के सवाल का जवाब न देते हुए उससे रात में गायब होने और भागकर वापस आने की वजह के बारे में पूछ लिया। 

"बताता हूँ... बताता हूँ... पहले थोड़ी साँस तो ले लूँ, एक ग्लास पानी मिलेगा क्या ", मार्विन ने डेनियल से कहा और साथ ही पीने के लिए पानी मांगा। डेनियल उसे एक ग्लास में पानी लाकर दे देता है जिसे मार्विन इस तरह से पीता है जैसे जन्म - जन्म का प्यासा हो। 

"तो बताओ... क्या करने गए थे इतनी रात में और कहाँ से क्या देख कर आ रहे हो ", डेनियल ने मार्विन से पूछा। 

"आज रात जब मेरी नींद खुली तो किसी को कमरे के बाहर गश्त लगाते हुए देखा, वह कोई और नहीं बल्कि हमारा मकानमालिक कुबड़ा ओलिवर था... वह कहीं बाहर जा रहा था चोरों कि तरह, बस उसकी इसी हरकत पर मुझे शक़ हुआ और मैंने उसका पीछा किया, वह नगर की एक इमारत में घुस गया और उसकी चाभी भी उसी के पास थी, वह इमारत बाहर से तो आम इमारतों की तरह थी पर अंदर ध्यान से देखने में वह किसी पुराने करखाने की तरह दिख रही थी, उस इमारत के अंदर प्रवेश करते ही ओलिवर ने जो किया वह अद्भुत और आश्चर्यजनक था... मैं कह रहा हूँ कि वह कुबड़ा जैसा दिखता है उससे कहीं ज्यादा खतरनाक है", मार्विन ने डेनियल को सारी बातें बताईं पर ओलिवर के बारे में जानकारी देते देते चुप हो गया। 

" आगे क्या हुआ... तुमने ऐसा क्या देख लिया जो इतनी बुरी तरह से भागते हुए यहाँ आए, क्या उसने तुम्हारी जान लेने कि कोशिश की ", डेनियल ने घबराए हुए मार्विन से पूछा। 

" नहीं उसने जान लेने कि कोशिश तो नहीं की, पर मैंने जो वहां देखा वो किसी के भी होश उड़ाने के लिए काफ़ी है... ओलिवर जैसा दिखता है वैसा बिल्कुल भी नहीं है, वह बहुत पहुँची हुई चीज़ है जिससे हम दोनों पार नहीं लगा सकते हैं", मार्विन ने डेनियल को ओलिवर की जानकारी देते हुए कहा फ़िर चुप सा पड़ गया। 

" पर तुमने उसे वहाँ ऐसा क्या करते हुए देख लिया जो तुम्हारी डर के मारे हालत खराब हो गई ", डेनियल ने एक बार फिर से ज़ोर देते हुए मार्विन से पूछा। 


" क्या देखने दिखाने की बातें हो रही हैं... ज़रा हमें भी तो पता चले कि आखिर क्या देख लिया आप दोनों ने", अचानक ही ओलिवर ने पीछे से आकर दोनों से पूछा, ओलिवर को देखते ही दोनों मित्र स्तब्ध रह गए, दोनों को बड़ा आश्चर्य हुआ ओलिवर को देख कर पर शायद जल्दबाजी में दोनों मुख्य द्वार को अंदर से बंद करना भूल ही गए थे। अपनी गलती का एहसास होता ही और ओलिवर को पास खड़ा पाते ही दोनों ने अनजान बनने का नाटक किया। 

"नहीं कुछ ख़ास नहीं... इसने एक बुरा सपना देख लिया था जिसके बारे में मुझे बताने जा रहा था... आप घर के बाहर थे हम लोग तो यही सोच रहे थे कि बड़े भाई शायद अपने कमरे में सो रहे हैं", डेनियल ने बड़ी चतुराई से बात को पलटते हुए ओलिवर को जवाब दिया। 

"वो... एक बहुत ज़रूरी काम आ गया था जिसे आज ही निपटाना था इसलिए नगर की ओर जाना पड़ गया... बिना मेहनत किए गुज़ारा भी तो नहीं चल पाता है, इसलिए काम निपटाना ज़रूरी था ", ओलिवर ने भी बात पलटते हुए उन दोनों की देख कर कहा उसे इस बात का ज़रा भी अंदाज़ा नहीं हुआ था कि मार्विन ने उसका पीछा किया था, वह इस बात से भी बेखबर था कि मार्विन सब कुछ देख चुका है और उसका एक ऐसा राज़ खुल चुका है जिसे उसने इतने सालों तक सभी से छुपा कर रखा था। 

                          To be continued... 

                 ©IVANMAXIMUSEDWIN 


द डॉल मैन - 8


एक अंधेरी हादसों से भरी रात बीतने तथा सुबह होते ही मार्विन और डेनियल अपने काम को अंजाम देने की योजना पर काम करने लगे। रास्ते भर डेनियल ने मार्विन से ओलिवर का राज़ बताने के लिए कई बार उकसाया लेकिन मार्विन ने सही समय आने का बहाना बना कर बात को टाल दिया, शायद उसे ये लग रहा था कि ओलिवर का राज़ डेनियल को अभी बताने से लूट के काम के सामने बाधा खड़ी हो जाएगी, डेनियल अपना सारा ध्यान ओलिवर पर लगाएगा जिससे बाद में काम को अंजाम देने में दिक्कत पैदा हो सकती है। दोनों एक शातिर अपराधी की तरह अपने काम पर जुट गए उस इलाके के कुछ मकानों की अच्छी तरह से खबर निकाली।

" ज़रा देखो तो कैरोलिना... शायद किसी ने दरवाजे पर दस्तक दी है", कैरोलिना की माँ ने उससे कहा, वह रसोईघर में खाना बना रहीं थीं जब उनके घर के दरवाजे पर किसी ने दस्तक दी। 

"जी आप कौन हैं और किससे मिलना है", कैरोलिना ने दरवाजा खोलते ही सामने खड़े डेनियल से पूछा जो लूट डालने के इरादे से जानकारियां इकट्ठा करने पहुँचा था। 

" दरअसल मैं एक मुसाफिर हूँ... लंदन से आया हूँ, इस इलाके में नया हूँ इसलिए रास्ता भटक गया था, क्या आप मुझे छोटी पहाड़ी का रास्ता बता सकती हैं", डेनियल ने चतुराई दिखाते हुए नादान कैरोलिना से पूछा। 

"कौन है कैरोल... किससे बातें कर रही हो बेटा", कैथरीन ने अपनी बेटी को आवाज़ लगाते हुए पूछा। 

" कोई नहीं माँ... एक मुसाफिर है शायद रास्ता भटक गया है ", कैरोलिना ने अपनी माँ कैथरीन को जवाब देते हुए कहा फ़िर बाद में डेनियल की ओर पलट गई और उसे रास्ता बताने लगी, पर उस भोली-भाली लड़की को क्या मालूम था कि जिसे वह रास्ता दिखा रही है वह कितनों को रस्ते लगा चुका है। 

" क्या मुझे एक ग्लास पानी मिल सकता है... बहुत दूर से यात्रा करके आया हूँ और काफ़ी थक भी चुका हूँ", चतुर डेनियल ने बात पलटते हुए उस मासूम लड़की से पूछा। 

"हाँ... हाँ... क्यूँ नहीं आप अंदर आ जाइए मिस्टर", गाँव की भोली-भाली लड़की शहरी बाबू डेनियल के शातिर इरादों को न समझ सकी और उसे अंदर आने का न्यौता दे दिया। छोटी खिड़की से डेनियल को अंदर आता देख कैरोलिना की माँ कैथरीन भी रसोई घर से बाहर निकल कर हॉल की ओर आ गई और डेनियल से पूछताछ करने लगी। शातिर डेनियल ने दोनों महिलाओं को अपनी मीठी बोली से बहलाए रखा। इसका परिणाम यह हुआ कि जहाँ वह पानी पीने आया था वहाँ उसका स्वागत चाय के साथ किया गया ताकि उसके सफ़र की थकान थोड़ी कम हो जाए। सभी आपस में बातें कर ही रहे थे कि तभी घर में एलिजाबेथ ने प्रवेश किया, जिसका पीछा डेनियल ने पहले दिन ही किया था और आज उससे उसकी दूसरी मुलाकात थी। 

"आप यहाँ अकेली रहतीं हैं मैडम... मेरा मतलब है कि घर में कोई मर्द नहीं है ", शातिर डेनियल ने कैथरीन से पूछा। कैथरीन जो ज़रा भी डेनियल के मंसूबे से वाकिफ़ नहीं थी उसने अपने पति की जानकारी भी डेनियल को दे दी जो नगर से बाहर मेले में अपने खिलौनों की प्रदर्शनी लगाने गए हुए थे। 


" लगता है आप इस इलाके में नए हैं... इससे पहले कभी आपको देखा नहीं, कहाँ के रहने वाले हो भाई", एक अनजान शख्स ने मार्विन की ओर देख कर पूछा। 

"हाँ... यहाँ का नहीं हूँ, लंदन से आया हूँ पास के नगर में होने वाले मेले को देखने, अगर सही लगा तो अगले साल अपना व्यापार भी मेले के ज़रिए बढ़ाने का इरादा है ", मार्विन ने सावधानी से उस अनजान शख्स को जवाब दिया। 

" ओह... तो ये बात है, तभी मैं कहूँ पहले कभी देखा नहीं है, यहाँ बहुत गिने चुने लोग ही बस्ते हैं जिन्हें हम सभी व्यापारी अच्छी तरह से जानते हैं... मेरा नाम पैट्रिक है और यह होटल मेरा है, इस मेले की वजह से ही आसपास के क्षेत्रों की कमाई होती है और मेरे होटल के सारे कमरे भी बुक हो चुके हैं, काफ़ी अच्छा व्यापार होता है... आप अकेले ही हैं या साथ में कोई और भी है ", होटल के मालिक पैट्रिक ने बियर पी रहे मार्विन से पूछा। 

" जी मैं अकेला ही हूँ और अपना कपड़े का व्यापार भी अकेले ही संभालता हूँ... यहाँ भी अकेले ही आया हूँ ", मार्विन ने चतुराई दिखाते हुए जवाब दिया। 

" इस समय तो रुकने के लिए कोई जगह नहीं मिली होगी फ़िर रुके कहाँ पर हो", पैट्रिक ने मार्विन की ओर देखते हुए पूछा। 

" जी वो पहाड़ी की तरफ़ जो ", मार्विन अपनी बात कह ही रहा था पर इससे पहले कि मार्विन अपनी पूरी बात कह पाता पैट्रिक ने उसे बीच ही में टोक दिया, 

"मैं समझ गया जॉर्ज के घर पर रुके होगे... वह भी इस सीज़न में अपने कमरे किराए पर देता है", पैट्रिक ने उसे कुछ भी बताने का मौका नहीं दिया। मार्विन उसे ये नहीं बता पाया कि वह ओलिवर के घर पर रुका है, पर मार्विन को क्या मालूम था कि उस छोटे से कस्बे के रहने वाले ओलिवर को मनहूसियत की मिसाल समझते हैं। मार्विन ने भी हाँ में हाँ मिला दी और जल्द ही बियर ख़त्म कर के वहां से चल दिया इससे पहले कि पैट्रिक उसकी पूरी जन्‍म कुंडली निकालता। 


"काफ़ी देर हो गई है, डेनियल ने तो मुझसे इसी समय पहाड़ी पर मिलने को कहा था... पता नहीं काम कर पाया होगा या ओलिवर के बारे में सोच रहा होगा, उसे ओलिवर की जानकारी नहीं देनी चाहिए थी क्यूँकि डेनियल का दिमाग अपने काम से हट सकता है, ये ओलिवर भी अपने आप में अनोखा ही है और जो रूप मैंने उसका देखा है वह इस इलाके के किसी भी व्यक्ति ने नहीं देखा होगा वर्ना अब तक सब डर से ये कस्बा ही छोड़ कर भाग खड़े होते... अगर ओलिवर को हमारे काम की ज़रा सी भी भनक लगी तो हमारा काम तमाम समझो, इसलिए बहुत होशियारी से और शीघ्र ही इस लूट को अंजाम देना पड़ेगा ताकि यहाँ से जल्द ही नौ दो ग्यारह हो सकें ", मार्विन छोटी पहाड़ी पर डेनियल का इंतजार करते हुए ख़ुद से कहता है।

                       To be continued... 

               ©IVANMAXIMUSEDWIN 







                            

Comments

  • great sir...😍😍😍❤️❤️❤️

    Apr 15, 2021

  • Excellent, mind-blowing ,Sir ❤️❤️

    Apr 15, 2021

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